उनका प्लान था कि यहाँ होली खेलने के बाद वो लोग अपने पुश्तैनी घर भी जायेंगे जहा मेरी सास रहती हैं. XXX Hindi अभी तुमको पानी में डालना बाकी हैं. कौन आया होगा ये विचार करने लगी, कही बासुकी कुछ भूल तो नहीं गए जो वापिस आ गए. कपड़े बदलने की जगह नहीं थी तो कार में तुम लड़कियों ने कपड़े बदले थे और हम कार की खिड़की पर पीठ कर परदे बने थे.” (विनय की पत्नी का नाम सीमा था.)मैं: “पानी में धक्का भी तुम लोगो ने ही मारा था उस दिन. वरना होली का कैसा नाश्ता!”मैं: “अरे मैं नहा चुकी हूँ, वरना मैं मना नहीं करती होली खेलने से. मैं ज्यादा नहीं हिली, वरना कमर वाले हाथ में पकड़ी खुली डिबिया से रंग मेरी साड़ी पर गिर सकता था. वैसे तो पेटीकोट गीला हो मेरे शरीर से चिपक गया था फिर भी मैंने एहतियात के तौर पर एक हाथ सीने से हटा अपना पेटीकोट पकड़ लिया.मैं: “बेशर्म, मेरे कपड़े क्यों खोल रहे हो.”विनय: “मैं तो तुम्हे सीधी कर रहा था गलती से खुल गया. होली में सेक्सी भाभीअगले दिन रंगो की होली थी. “होली में सेक्सी भाभी”मैं: “ये कपड़ा फाड़ होली खेलने आये थे तुम?”विनय: “तुम चुपचाप कलर लगवा देती तो हुक नहीं टूटता ना.”मैं: “चलो अब नाश्ता कर लो, होली खेल ली.”विनय: “बिना पानी के कौनसी होली होती हैं!
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भारतीय रंडी, मुझे वापस चोदो
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