मैं तो खुद अब काबू से बाहर हो गया था की अब बस जल्दी से चूत में घुस जाऊ.पर ताई को कोई जल्दी नहीं थी असल में वो मुझे तडपा रही थी अपनी इन कातिल अदाओ से पर मेरे को बहुत जल्दबाजी हो रही थी तो मैंने ताई का हाथ हटाया और अपनी कमर को उचकाया. हिंदी XXX फिर बस ने एक झटका लिया तो उस औरत के चुतड पीछे को हुए पता नहीं उसने खुद किये थे या बस हो गए थे किस्मत की बात ये थी की वो रास्ता भी साला ख़राब था.तो बस के साथ साथ हमारी धक्कमपेल भी हो रही थी इसी बीच मेरा बैलेंस थोडा सा बिगड़ा तो मैंने वो डंडा पकड़ लिया वो बस की छत पर लगा होता है. सुदुप सुद्प सू करके मेरी जीभ ताई की चूत से टपकते उस चिपचिपे पानी को चाट रही थी जब जब मेरी जीभ चूत के दाने को छू जाती तो ताई को कर्र्न्त सा लगता ताई का पूरा चेहरा लाल सुर्ख हो गया था, “अब कितना तड्पाएगा जालिम, डाल दे अन्दर और ठंडी कर मुझे.”मैंने अपने लंड पर थोडा सा थूक लगाया और ताई की चूत पर लगाया ताई के गोरे चुतड हिलने लगे मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा और लंड अंदर डालने लगा तो वो हाय हाय करने लगी पर एक बार लंड अन्दर जाते ही वो
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