शाबास यास्मिन”। ये कहते हुए उसने अपनी खुद ही पीठ थपथपाई। वो पूरी नंगी ही लिविंग रूम में कूद रही थी। अच्छा है की जाने से पहले वो सारी खिड़कियाँ बंद करके गयी थी।उसे नंगे रहने में बहुत मज़ा आ रहा था। पूरे दिन ढकी रहने वाली यास्मिन, ऐसी यास्मिन जिस के बदन के ना जाने कितने अंगों ने कब से रौशनी नहीं देखी होगी, वो यास्मिन दिन-दिहाड़े पूरी मादरजात नंगी ड्राइंग रूम में बेधड़क घूम रही थी। उसे ऐसा करते हुए कोई देख नहीं रहा था लेकिन उसे बहुत अच्छा लग रहा था।दोपहर के खाने से पहले कोई नहीं आने वाला था। उसके पास अभी बहुत टाइम था, मस्ती करने के लिए, नंगे रहने के लिए। उसे बर्तन धोने थे। उसने सोचा क्यों ना ये काम भी नंगे ही किया जाये। उसने नंगे ही सारे बर्तन धोये और सेल्फ में सजा दिए। बर्तन धोते-२ वो पूरी तरह से गीली हो गयी थी।उसने एक तौलिया लिया और ड्राइंग रूम में लगे सोफे पे बैठ कर खुद को सुखाने लगी। उसके दिमाग में सुबह से हुई सारी घटनाएं दौड़ने लगी। सब याद करते-२ उसके बदन में सिहरन दौड़ने लगी। बदन से छूता हुआ तौलिया भी उसे रोमांचित कर रहा था। उसने अपनी चूत को छू के देखा तो पता लगा की उसकी चूत का तो झरना बना हुआ है।अब उससे और रुका नहीं
>
भारतीय रंडी की गर्म चुदाई
Related videos









