भारतीय देसी सौतेली माँ की तड़पती हुई चुदाई लॉकडाउन में

अर्चना मिस की मैं बहुत इज्जत करता था. हिंदी XXX वो भी चुदासी थी और कोई नु नुकर उसने नही किया. हल्का नमकीन स्वाद मेरे मुह में आया. उसकी कुंवारी पवित्र सील टूट गयी. उसके रूप और खूबसूरती पर मैं आसक्त था. अंदर आते ही मैंने प्रीति [प्यार से मैं उसको कभी कभी प्रीति भी कह देता था] को सीने से लगा लिया. प्रीति के नंगे बदन की खुसबू मेरे नथुने में चली गयी. कभी उसे दर्द होता कभी नही, पर नए नए चूदाई का सुख तो मेरी प्रीति उठा रही थी.उसकी नाजनीन पलकें कभी गिरती, कभी उठती, कभी उसकी भौहे फैलती, कभी सिकुड़ती. उस दिन मैं तो उस पर मर मिटा जा रहा था. जिसको अभी तक किसी से नही चखा था. मेरे सामने उसका नया नया यौवन से परिपूर्ण बदन खुला हुआ था.प्रीति के चेहरे पर नूर ही नूर झलक रहा था, उसकी मासूमियत की खूबसूरती. उसके सायद बिठाये वो निजी पल सायद बड़े खास थे मेरे लिए.कुछ देर बाद वो चूत का छेद खुल गया. हम दो जिस्म थे, पर आज एक जान हो गए. इसको तो ४ इंच का छेद चाहिए ही ना. उसके कुंवारे होठ जिसको अभी तक किसी लड़के ने नही पिया था.

भारतीय देसी सौतेली माँ की तड़पती हुई चुदाई लॉकडाउन में

Related videos