गांव की देसी बहू का गीला चूतड़ चाटने और गाय जैसी सवारी करने का मजा

उसने एक और झटका मारा लंड पूरा अन्दर… मैं रो रही थी- निकालो निकालो! XXX Hindi मेंरी तो पहली बार है थोड़ा दर्द तो होगा ना! क्योकि मैंने कभी किसी लड़के से न ही बात की और न ही दोस्ती और वो सिर्फ क्लास में आता और पढाई करता उसे किसी और से कोई वास्ता नही रहता था।पर सायद रब की मर्ज़ी थी हम एक दूसरे की कॉलेज के कैंटीन में अचानक टकरा गये हमने एक दुसरे को सॉरी बोला कर फिर मेरे जुबां से एक लफ्ज़ निकला ,दोस्ती में नो सॉरी नो थैंक्स फिर उसने पूछा की हम दोस्त कब हुए मैंने बात को घूमते हुए बोला की हम क्लासमेट है, और क्लासमेट तो दोस्त के तरह ही होता है।काफी समय बीतने के बाद हम एक दुसरे के काफी अच्छे दोस्त बन चुके थे। अब हमने आपस में कांटेक्ट नंबर शेयर कर चुके थे हम कभी कभी घंटो चैटिंग करते भी करते रहते थे। समय निकलता गया और हमारा दोस्ती कब प्यार में बदल गया कुछ मालूम ही नहीं हुआ।अब हम एक दुसरे के साथ बाहर आउटिंग पे भी जाने लगे और एक दुसरे को निक name भी दिया।। समय ऐसा भी आया की हमारे कॉलेज की टूर उत्तराखंड के लिए जा रही थी और हम लोगो ने भी उसमे अपने अपने नाम लिखवा दिये। टूर के दौरान हम लगो को एक एक

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