फिर तभी बुआ की चीख निकल पड़ी आआआअहह, उूउउईईईई, आआहह मार डाला, आआआआअहह निकालो साले, मादरचोद, बहुत दर्द हो रहा है, आआआआआआहह, भोसड़ी के साले निकाल लल्ला, अपनी माँ की गांड मार लेना, आआआआहह. XXX Hindi Gand Fad Chudai Kahaniफिर दूसरे दिन रात को बुआ खुद ही अपनी चूत लेकर आई और अब तो वो भी मेरी तरह ही खुलकर बातें करती थी. ये कहानी हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.फिर तब मैंने एक हाथ और मारा, तो चटाक की आवाज के साथ ही बुआ की चीख निकल पड़ी और वो बोली कि लल्ला मार क्यों रहे हो? और फिर मैंने बहुत सारा थूक उनकी गांड पर थूक दिया और अपने लंड से सहलाने लगा.अब उनकी लाल-लाल गांड पर मेरा थूक बहुत अच्छा लग रहा था. फिर तब ही में उनके ऊपर से उठ गया और उनको किसी कुतिया की तरह दोनों हाथों और घुटनों के सहारे खड़ा किया और उनके पेट के नीचे 2 तकिये लगा दिए, जिससे कि मेरा धक्का खाने के बाद वो बेड पर ना पसर जाए और मेरा मज़ा किरकिरा ना हो जाए. अब उनका विरोध कुछ कम हो रहा था, लेकिन वो बहुत डरी हुई थी और अपने ऊपर से मुझे हटाने की पूरी कोशिश कर रही थी. तो तब बुआ ने कहा कि अब तो गांड फट ही गयी, अब पूरी तरह से ही फाड़
>