Bhabhi Ki Garam Chudai – Neha Ke Mastishk Ras Ki Kahani Part 57

काट डालो मेरी काइट जैसी चूत को… अपने माँझे जैसे तीखे लंड से…. वहाँ उसे पतंगे कभी उड़ाने को नही मिली थी. हिंदी XXX नाम उसका सनाया है. इस बीच मेरी केयी पतंगे कट गयी. साथ ही उसकी सिसकारियाँ भी तेज होने लगी. मैने अपनी टी-शर्ट को उतार कर रूम के एक कोने की तरफ फेंक दिया. तू अपने पापा की चरखी ले ले.”अब मुझे यकीन हो गया कि मेरा तीर निशाने पर लगा हुआ है. 5-7 मिनिट बाद उसकी सिसकारियाँ बहुत तेज हो गयी.“उफ़फ्फ़…. दोस्तो इस साल मकर संक्रांति पर जो हुआ उस पर मुझे आज भी विश्वास नही हो पा रहा है. इसके साथ ही उसकी सिसकारियाँ बढ़ने लगी. मैं अपने गालों को उसके गालों से टच करने की कोशिश करने लगा. अब वो उपेर-नीचे होते हुए अपनी चूत को मेरी जाँघो से टकराते हुए मेरे लंड को पूरा-का-पूरा अंदर ले रही थी. लेकिन उसे काइट उड़ते हुए देखना खूब पसंद है. उसके हाथ मेरे सीने से फिसलते हुए मेरी जीन्स की चैन के पास आ गिरे. उसके कड़क मम्मे मेरे मुँह में भी नही समा रहे थे. मैं बड़ा मयूष हो गया. और इस लुत्फ़ का मज़ा उठाता रहा.तभी मेरी बहन अंजलि वापस आ गयी. हम फ्रेंड्स लोग उसमे बैठकर कामुक कहानिया या मस्ती-ब्लास्ट ब्लॉग पर देशी वीडियो या विदेशी वीडियो देखते थे.

Bhabhi Ki Garam Chudai – Neha Ke Mastishk Ras Ki Kahani Part 57

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