चूत दोगी ????’ तरुण ने मजाक करते हुए कहा“….मैं तो कबसे कह रही हूँ की मेरी चूत ले ले और आज जीभर के मुझे चोद ले और अपने सारे अरमान पूरे कर ले!!” मैंने कहाउसके बाद दोस्तों हम आगे बढ़ गये| तरुण मेरे साल भीगे हुए पानी में तर पेटीकोट की डोरी ढूंढने लगा| कुछ देर में उसने डोरी खोल दी और पेटीकोट नीचे सरका दिया| मेरी चूत के दर्शन देवर जी को होने लगे| मैंने दोनों पैर खोल दिए| अपनी चूत पर मैंने २ ३ मग पानी और डाल दिया|जिससे वो जादा सेक्सी और सफ़ेद लगे| मेरी दूधिया चूत पानी पड़ते ही कुंदन की तरह चमकने लगी| तरुण कुछ देर तक बड़ी गहरी नजर से मेरी बुर को देखता रहा, फिर उस पर भूके शेर की तरह टूट पड़ा| मेरा प्यारा देवर तरुण मेरी चूत और उसके होठो को अपने होठों से चूमने लगा| मैं तडप गयी| “Sexy Desi Bhabhi”“आराम से देवर जी !!…आराम ने मेरी चूत पीजिये!” मैंने तरुण से रिक्वेस्ट कीतरुण अब धीरे धीरे आराम ने मेरी बुर पीने लगा| हम दोनों घर के आंगन में ही ये सारे काण्ड कर रहे थे| कबसे मैं उससे चुदवाना चाहती थी| ये सपना आज पूरा होने वाला था| तरुण मेरी चूत के साथ साथ मेरी हसीन गोरी और भरी भरी टांगो को चूमने लगा| मेरे पैर बहुत सेक्सी थे|फिर तरुण पूरी
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