आपको दर्द हुआ क्या?” मैं डरती हुई बोली।वो बोले- नहीं तुम चूसती रहो, मुझे अच्छा लग रहा है!मैंने फिर से अपना मुंह खोला और पापा का लंड अंदर ले लिया और चूसने लगी। लगभग 15 मिनट के बाद पापा ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगे और फिर अचानक उनके लंड से एक जोर की पिचकारी निकली और मेरा पूरा मुंह उनके वीर्य से भर गया।मैं झट से अपना मुंह बाहर खींच लेना चाहती थी लेकिन पापा ने ज़ोर से मेरा सर अपने लंड पर दबा दिया और पूरा वीर्य निकालने के बाद ही अपना हाथ हटाया। मेरा पूरा मुंह गीला हो गया था आधा वीर्य तो मेरे पेट के अंदर चला गया था। मैंने अपना चेहरा उठा कर पापा से कहा- यह क्या पापा… आपने मेरा मुंह गन्दा कर दिया?पापा ने कहा- शोभा इसे पी जाओ, यह सेहत के लिए अच्छा होता है!मैं पापा का सारा वीर्य पी गयी और फिर से चेहरा झुका कर पापा के लंड को चाटने लगी। उनका लंड पूरा साफ़ करने के बाद मैंने अपना चेहरा ऊपर उठाया और पापा को देखा, उनके चेहरे पर संतुष्टि के भाव थे। मैं उनके करीब जाकर उनके होठों को किस करने लगी, उन्होंने मुझे अपनी जांघों पे बिठाया और मुझे किस करने लगे और अपना एक हाथ अपनी बेटी चूत पर रख कर चूत सहलाने लगे।दो मिनट बाद मैं फिर
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