चुदाई पार्टी साथ में दफ्तर में काम करने वाले तीन गर्म दोस्तों के साथ महिला दोस्त की जोरदार धक्का लगा कर गहरी चुदाई हिन्दी आवाज में

आखिर उनका हक है ये तो (रजिस्टर में तो गोविन्द ने पति-पत्नी ही लिखवाया था)। फिर मैं क्या जवाब दूंगी। लंड आधा तो पहले घुस ही चूका था। मैं कुछ कह या कर पाती उससे पहले वो अंदर घुस गया। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.मैंने सोचा कि अब कुछ शिकायत करने से क्या मिलना है। जब इतना हो चुका है तो बाकी भी चुपचाप करवा लो! XXX Hindi बाद में बात करेंगे। मैंने अपनी आखें थोड़ी सी खुली रखी और चुपचाप पड़ी रही। गोविन्द अब अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल चुका था। मैंने अपनी टांगें थोड़ी फैला दीं ताकि उसे चोदने में आसानी रहे।उसका लंड बहुत कड़क था। वो खूब तगड़े धक्कों से मुझे चोद रहा था। उसने मेरे मम्मों को भी खूब मसला। सच कहूँ तो वो मुझे मेरे पति से ज्यादा मजा दे रहा था। बस इस बात का अफ़सोस था कि यह सब मेरी सहमति के बिना हो रहा था। और यह भी नहीं था कि गोविन्द मेरे साथ जबरदस्ती कर रहा था।मैं चाहती तो उसे रोक सकती थी पर लंड अंदर घुसने के बाद। असमंजस के बावजूद मैं इस चुदाई का मज़ा ले रही थी। अब मैं समझ चुकी थी कि पर-पुरुष का मजा अलग ही होता है। गोविन्द पूरा दम लगा कर मुझे चोद रहा था। वो ये भी भूल गया

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