चलो तुम मेरे साथ पूजा कर लो” ससुर जी बोले। उनको मैं हमेशा पापा जी कहकर बुलाती थी.फिर वो भी नये कपड़े पहनकर छत पर आ गये। मैंने अपनी सुहाग वाली साड़ी पहनी थी जब मेरी शादी हुई थी। मैंने चाँद को देखकर पूजा की फिर ससुर जी को छन्नी में देखा। फिर किसी बीबी की तरह मुझे अपने पति के पैर छूने थे। पति तो थे नही मैंने झुककर ससुर जी के पैर छू लिए।वो अच्छे मूड में दिख रहे थे। उन्होंने ही मुझे पानी पिलाकर मेरा व्रत तुड़वाया। आज ससुर जी से सुबह से कुछ नही खाया था क्यूंकि मेरे साथ वो भी व्रत थे। हम दोनों नीचे चले गये। मैंने उनको अपने हाथ से खाना खिलाने लगी। मैं पूरी तरह से नवविवाहिता दुल्हन लग रही थी। हाथो और पैरों में मैंने मेहँदी लगा रखी थी। रात के 10 बजे हुए थे।घर में सन्नाटा था। सिर्फ 2 लोग घर में थे इसलिए थोडा अजीब लग रहा था। ससुर जी बार बार मेरे दूध की तरफ देख रहे थे। मैं बाही खुला वाला कट स्लीव ब्लाउस पहना था और ब्लाउस भी आगे से गहरा था। मेरी 38” की गोल गोल चूचियां साफ साफ़ दिख रही थी। ससुर जी मेरे मम्मो की तरफ ताड़ रहे थे और जैसे मैं उसकी तरह देखने लग जाती वो नजरे दूसरी तरफ घुमा लेते।मैं सुंदर और
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जंगल में खुले में सेक्स – हिंदी में साफ आवाज़
Actors:
Age / Girlnexthot1