इसलिए मैंने उसने आँख नही मिलायी. वही स्टोर रूम में एक पुराना गद्दा पड़ा था जो वो समोसेवाला रात में सोता था. हिंदी XXX मेरी सास भी बहुत अच्छी थी कभी मुझसे झगडा नहीं करती थी. अपने दम पर उन्होंने नौकरी पायी थी पढाई में होंनहार थे पशु चिकित्सा का कोर्स उन्होंने किया था.अब गोरखपुर के सरकारी पशु अस्पताल में पशु डॉक्टर बन गए थे अपने ही दम पर उन्होंने एक बहुत सुन्दर बागला बना लिया था. मेरी सफ़ेद कॉटन पैनटी भी उन्होंने निकाल दी.मैं जादातर कॉटन पैनटी ही पहनती थी, क्यूंकि मेरी चूत और आस पास की जगह पर कई बार पसीना आ जाता था. पैसो को लेकर मेरा पति से झगडा ही हुआ था की वो क्यूँ अपना पैसा ननदों पर लुटाते है.सूरज मुझसे अब खुल गए थे और खूब बाते कर रहे थे. बड़ी मुश्किल से मैं उनकी शर्म दूर कर पायी. मैं मेरठ की रहने वाली हूँ. मैं तो बिलकुल से झेप गयी.कोई आसान नहीं छोड़ता हूँ. वहीँ पल्लवी तो बड़ी बोरिंग नेचर की लड़की है. मैं बस हल्का सा हस दी. हम दोनों साहित्य समझते है, किताबे पढ़ने के सौकीन है. मैं मेरठ की रहने वाली हूँ. मैंने भी खुद को उनके हवाले कर दिया. सूरज मेरी आँखों में आँखे डालकर देखने लगे. साफ साफ बता देती हूँ की मैं अपने ननदोई सूरज से चुदवाना चाहती थी.
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नए नवेले भारतीय जोड़े की रात भर की कामुक मस्ती
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