पतली भारतीय लड़की का गर्म और कोमल प्रेम प्रसंग अपने प्रेमी के साथ

मिले चूत तो पेलो साली को बस मैं यही सोच रहा था।इसलिये मैं उसका हमराज, हमदर्द बन गया था। मेरा असली मकसद संगीता को मुर्गा बनाके उसकी चूत लेना ही था। बस यही मेरा टारगेट था। धीरे धीरे जब मैं जान गया कि लौण्डिया सेट हो गयी है, मैं उसको गोंडा में स्कूटर पर घुमाने लगा। मैं उसे कभी कभी रेस्टोरेंट ले जाता।अब संगीता मुझपर पूरा भरोसा करने लगी। मेरी हर बात पर वो हँस पड़ती, मैं उसका हाथ पकड़ लेता। बड़ी बड़ी देर तक उसका हाथ आपमें हाथ में लिया रहता। वो कुछ नही कहती। मैं जान गया की जो लड़की हाथ दे सकती है वो चूत भी दे सकती है।क्योंकि जब शादी के लिए लड़का जाता है तो लड़की के बाप से ये नही कहता की मुझे आपकी बेटी की चूत चाहिए। लड़का हमेशा यही कहता है कि मुझे आपकी लड़की का हाथ चाहिए। हर लड़का हाथ मांग के लड़की की चूत खुलकर मरता है। बस मैं समझ गया कि अगर मुझे संगीता अपना हाथ दे रही है तो चूत भी समझ लो दोगी।बस दोंस्तों, मैंने एक दिन संगीता से बातों बातों में कह दिया की काश कोई लड़की मुझे भी दे देती। वो मान गयी। मैं बहुत खुश हुआ। लगा जैसे मैंने लाख रुपये जीत लिए हो। अब एक समस्या थी की संगीता को कहाँ चोदा जाए। अपने घर

पतली भारतीय लड़की का गर्म और कोमल प्रेम प्रसंग अपने प्रेमी के साथ

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