आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह….सी सी सी सी.. XXX Hindi पीया जाए???” मैंने उससे पूछा.“यार माधव….दारु की तलब तो मुझे भी लगी है पर मेरे पास पैसे नही है!” वैभव बोला.“यार अपने बाप की जेब से छप्पन कर दो!!” मैंने कहा.“भाई माधव …मेरे बाप को शक हो गया है की मैं उसकी जेब से पैसे निकाल लेता हूँ। इसलिए अब वो पैंट या शर्ट की जेब में पैसे नही रखते है और तिजोरी में रखते है और ताला मार देते है!!” वैभव बोला.“ओह्ह धत्त!!!” मैंने कहा।दोस्तों मुझे शराब की तलब बहुत जादा लगी हुई थी। मुझे हर हालत में बोतल चाहिए थी। मुझे बड़ा खराब महसूस हो रहा था। मैंने अपना पर्स निकाला और ४ बार अच्छे से चेक किया की कहीं कुछ पैसे निकल आये पर मेरी किमस्त ही फूटी थी। एक भी पैसा नही निकला। मैं शराब पीने के लिए पागल हो रहा था। लग रहा था की अगर मुझे दारु नही मिली तो मैं मर जाऊँगा।“भाई वैभव…..कैसे भी करके मुझे शराब पिला दे यार, वरना मैं मर जाऊंगा…प्लीस यार। मैं तेरे हाथ जोड़ता हूँ!!” मैंने अपने दोस्त वैभव से कहा।वो मेरी मजबूरी को समझ गया था। वो मुस्कुराने लगा।“माधव!! हा हा हा..” विनीता आवाजे निकाल रही थी। वो सिर्फ आधी बेहोश हुई थी। वैभव को जोश चढ़ गया और वो और जोर जोर से विनीता की बुर पीने लगा। वैभव को तो आज स्वर्ग
>
भड़काऊ देर-भाभी की जोरदार चुदाई जब घर में कोई नहीं था, हिंदी में गंदी आवाज़ के साथ
Actors:
Ashok / Surwana Kumari
Related videos














