ऐसे कई प्रश्न मन में उठते रहते थे।कभी सोचती थी की ये ठीक नहीं है। फिर लगता था अगर मेरा भाई मान जाये मुझे चोदने के लिए तो इससे बढ़िया और कुछ नहीं हो सकता है घर का माल घर में रह जाये इससे बढ़िया क्या हो सकता है यही सब सोचते रहती थी। पर जब भी सोचती थी डर लगता था कही उसे बुरा नहीं लग जाये।एक दिन मैंने की बात है। खाना रात का खाकर मैं सोने आ गई माँ और पापा दोनों निचे फ्लोर पर सोने चले गए और हम दोनों भाई बहन जो की हमेशा ही फर्स्ट फ्लोर पर सोते थे आ गए। मैं लैपटॉप पर काम करने लगी और वो शायद कुछ पढ़ रहा था मोबाइल पर हम दोनों का बेड के ही कमरे में था, हम दोनों अलग अलग सोते थे।रात को वो मोबाइल चलते चलाते सो गया मैं अभी तक ही लॅपटॉप पर कभी अमेज़न खोलती फ्लिपकार्ट खोलती फिर ड्रेस देखती यही सब कर रही थी मेरे मन में कुछ और चल रहा था। आज मैं सोच ली थी की बात कर ही लेंगे। जो होगा देखा जाएगा।दोस्तों रात के करीब 12 बज गए थे। मैं हमारी वासना पर कहानियां पढ़ने लगी। उसके बाद तो मैं इतनी कामुक हो गई थी क्यों की कहानी बहुत ही ज्यादा सेक्सी था। मैं अपनी चूचियां मसलने लगी चूत
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भारतीय अग्नि का 260वां ज्वलंत प्रसंग, जहाँ हर दृश्य में भड़क उठती है तीव्र कामना की लपट
Actors:
Fireaggain / Fireaggain2
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