कल आता हूँ.रेखा- ठीक है बेटा, कल पक्का आना.और मैं रेखा को आँख मारकर वहां से चला जाता हूँ जिससे वो सकपका जाती है लेकिन एक मुस्कान भी देती है जो शर्म से भरी हुयी थी. XXX Hindi कल आता हूँ.रेखा- ठीक है बेटा, कल पक्का आना.और मैं रेखा को आँख मारकर वहां से चला जाता हूँ जिससे वो सकपका जाती है लेकिन एक मुस्कान भी देती है जो शर्म से भरी हुयी थी. नाम क्या है तेरा बेटा?मैं- मेरा नाम अनुराग है आंटी. नाम क्या है तेरा बेटा?मैं- मेरा नाम अनुराग है आंटी. कल आता हूँ.रेखा- ठीक है बेटा, कल पक्का आना.और मैं रेखा को आँख मारकर वहां से चला जाता हूँ जिससे वो सकपका जाती है लेकिन एक मुस्कान भी देती है जो शर्म से भरी हुयी थी. रात के समय मैं नाला बस्ती के पास रेखा के बूढ़े पति का इंतज़ार कर रहा था, अचानक लड़खड़ा कर वो विक्रम से उतरा, उसने दारु पी रखी थी, जैसे ही वो अपने घर की गली की ओर मुड़ा, मेने उसे पीटना शुरू कर दिया, उसको लात और घूसों से पीटता रहा, वो रोने लगा, माफ़ी मांगने लगा.गन्ने के जूस वाला- माफ़ कर दे मुझे , मत मार, छोड़ दे मुझे, बस कर भाई.मैं- तेरी माँ का भोसड़ा, भेन के लौड़े, रेखा को मारता है रोज़ दारु पीकर, आज मर्द से पाला पड़ा तो
>
भारतीय काम तीर्थ अत्रि
Related videos









