जिसे देखकर तो मेरा सुर ही बदल जाता है।वो भी दिखने में बहुत सुन्दर.. XXX Hindi मेरा लवड़ा खड़ा हो कर उसकी चूत से स्पर्श कर रहा था।मैंने अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को उठाया और उसकी चूत के छेद को लौड़े की नोक पर सैट किया। उसकी चूत अनछिदी थी। मेरा लौड़ा गीली चूत की दरार में घुस गया। उसके मुँह से एक तेज ‘आहहह..’ निकली पर मैंने उसको अपनी बाँहों में भींचा हुआ था। मैं कुछ देर तक उसके होंठों को अपने होंठो से दबा कर चूसता रहा और अपने चूतड़ों को उठाकर उसकी चूत में पेवस्त करने का मेरा प्रयास जारी था। “Bada Lund”फिर मैंने उससे कहा- थोड़ा दर्द सहने को तैयार रहना अब मैं पूरा अन्दर करने जा रहा हूँ।उसकी बन्द आखों ने मौन स्वीकृति दी और मैंने अपने पूरी ताकत से लवड़े को उसकी चूत में ठूंस दिया। वो चिल्लाना चाहती थी पर मैं सजग था। मेरे होंठ उसकी आवाज पर पहरा दे रहे थे। कुछ देर तड़फने के बाद वो शिथिल हो गई। मैंने भी उसको नीचे से ठोकरें लगाना आरम्भ कर दीं। फिर जब वो कुछ सामान्य हुई तो मैंने कुछ इस तरह उसको लिटाया कि मेरा बाबूलाल उसकी मुनिया में ही रहा और उसी वक्त मुझे हल्के से खून की लालिमा दिखी पर मैं चुप रहा।और अब पूरी तरह से उसके ऊपर चढ़ कर मैंने
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