ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.फिर पापा निकलते थे फ्रेंच जांघिया में बाथरूम जाने के लिए तो उनको देख देख कर मेरी चूत और भी ज्यादा गीली हो जाती थी। मैं अपने कमरे से झांकते रहती थी। उन लोगों को लगता था मैं सो गई हूँ पर कहा सोती मैं चुदाई की आवाज और सेक्सी आवाज सुनकर तो मेरी नींद उड़ जाती थी और फिर लंड के सपने देखती थी।फिर जब मम्मी आती थी। तो वो भी मात्र तौलिया लपेटकर वो भी सिर्फ निचे उनकी चूचियां ऐसे ही बाहर रहती थी। तो मुझे लगता था काश मुझे भी ऐसी ही कोई चुदाई करता। दोस्तों माँ फिर से शादी करती है और उनको बेटी होती है।उस बेटी का क्या हाल होता है वो मेरे से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता। क्यों की दूसरी शादी में दूसरी पारी शुरू हो जाती है तो माँ बाप का हनीमून किसी जवान कपल से भी हॉट होता है। पर भुगतना जवान बेटी को पड़ता है क्यों की घर का मौहौल पूरा चुदाई का प्यार का रहता है और जवान बेटी सिर्फ महसूस ही कर सकती है।धीरे धीरे मैं काफी कामुक हो गई और मेरी अन्तर्वासना भी जाग गयी। मैं भी चुदाई का सपना देखने लगी। मैं सच बताऊँ तो पापा से मुझे प्यार हो गया था पर ये सिर्फ मुझे पता था।
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