भारत की गर्म और उत्तेजक रातें

एस्सा आनंद मुझे सपने में भी नहीं मिला आज तक, मधु, चुदाई तो बस जन्नत है!”मधु उतेज़ित हो कर हाँफ रही थी. ” हााई शैलेश, साले कैसे पेला है अपनी मधु को तुमने….तेरा कुँवारा लंड बहुत दमदार है….अमर भी इतना दमदार नहीं है….चोद मुझे, मसल दे मेरी चुचि….कितना मस्त लंड है तेरा..मेरी नज़र तुझ पर पहले क्यू नहीं पड़ी….चोद मुझे शैलेश!”मैं अपनी स्पीड बढ़ने लगा. XXX Hindi मुझे लगा की मेरा हाथ क़िस्सी आग के शोले को स्पर्श कर रहा है. आगे से नहीं करूँगा कभी, बुआ सच” मैने माफी माँगी. बुआ क्या मैं चुचि चूस सकता हूँ, बस एक बार!”बुआ भारी आवाज़ में बोली,”शैलेश, एक तो मुझे तुम अकेले में मधु कहा करो, बुआ नहीं. मेरा लंड अपनी पिचकारी छ्चोड़ने लगा. अपनी बेहन को नंगा देख रहे थे. जल्दी कर माधरचोद. मधु, बिस्तर पर पेट के बाल जा गिरी और मैं उसस्के नंगे जिस्म पर ढेर हो गया.मैने उसस्के कान को अपने होंठों में दबा कर किस करते हुए कहा” मधु, बबिता को मेरा बनाने वाली बात याद है ना? अचानक मुझे ना जाने क्या हुआ, मैने उसस्के बलों को पकड़ कर खेंच लिया और उसकी गर्दन को पीच्छे मुड़ना पड़ा.उसके बालों को मैं घोड़ी की लगाम बना कर हांकने लगा. जब मेरा लंड बुआ की चूत में घुसता तो फ़च फ़च की आवाज़ आती.

भारत की गर्म और उत्तेजक रातें

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