अभी आठ दिन और बचे है उमेश के आने में, पता नहीं क्या होना है आगे ! मुस्किल से एक गोली एक बार में मुंह में आ पाती थी ! हिंदी XXX इस बीच जेठ जी ने अपना लण्ड मेरी चूत पे टिकाकर सुपाड़ा मेरे चूत में प्रवेश करा दिया था ! भैया कि चुदाई में एक लय होती थी, जैसे कोई साधा हुआ सुर छेड़ रहे हों, पहले धीरे धीरे, फिर रफ़्तार बढ़ाते बढ़ाते, अंत में तेज और तेज, बहुत तेज !मेरी चूत भी अब जेठ जी के लण्ड को अच्छे से जान गई थी, जैसे ही वो रास्ता मांगते, ये और फ़ैल कर स्वागत करती थी !अब जेठ जी का लण्ड पूरा अंदर बाहर हो रहा था, मुझे दर्द तो बहुत हो रहा था, पर चुदाई के मज़े के आगे सब भूल जाती थी ! अब मुझे लण्ड चाटने में मज़ा आ रहा था ! भैया बोले, नहीं, सबकी नहीं चोदी, पर ज्यादातर को माँ मैंने ही बनाया ! अब भैया मेरी चूत चूसने लगे, सब कुछ वैसा ही था, बस फर्क ये था कि मैं नशे में भैया को कई बार चोदने को बोल चुकी थी ! मेरी चूत तो पहले से ही तैयार थी, रास्ता मिलते ही लण्ड थोड़ा अंदर घुस गया !भैया लण्ड को आगे पीछे कर के मुझे चोदने लगे !पहले चौथाई लण्ड से थोड़ी देर तक चोदते
>
काली बुर्के वाली मुस्लिम देसी भाभी को देसी देवर के लंड से कड़क अश्लील डॉगीस्टाइल एनल सेक्स
Related videos














