गर्म हिंदी ऑडियो सेक्स कहानी – गे सेक्स की रंगीन कहानी

तब वो बोली कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने इससे पहले कभी भी सेक्स नहीं किया है, में मर ही जाउंगी। फिर मैंने उससे बोला कि हाँ तभी तुमको पता नहीं है कि इस काम में कितना अच्छा लगता है और कितना मज़ा आता है?और अब मैंने उसकी ब्रा को खोलने के लिए उसको अपनी पीठ को थोड़ा ऊपर उठाने के लिए कहा और तब उसने अपनी पीठ को ऊपर उठा लिया। फिर मैंने उसकी ब्रा के हुक को खोलकर उसके बदन से अलग कर दिया और जैसे ही मेरी नज़र उसके नंगे बूब्स के ऊपर पड़ी तो उस वजह से मेरे तो लंड के आकार में जैसे जोश ही भर गया.और उसी समय मैंने उसके दोनों बूब्स पर हल्का हल्का सा तेल लगाया और अपनी दोनों हथेलियों से उन दोनों को मसलना शुरू कर दिया और कुछ देर तक में उनको लगातार मज़े से मसलता रहा और ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और उसके बाद जब मैंने देखा कि अब उसकी पकड़ मेरी कमर पर ढीली पड़ने लगी है।मैंने फिर से अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया और अपनी कमर को हिलाकर धक्के देने के साथ साथ मैंने अब उसके दोनों बूब्स के निप्पल को जो कि बिल्कुल ही तने हुए थे, में उनको भी मसलने के साथ ही अपनी कमर को भी हिला

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