प्रकाश रुका तो करिश्मा आटो से बाहर निकली और सड़क के किनारे बैठ कर उल्टी करने लगी. उसके लण्ड में ज़ल्दी ही उत्तेजना वापस आ गई और पहले जैसा तो नहीं पर फिर भी उसका लण्ड चोदने लायक सख्त हो गया था…करीब दस मिनट तक अपनी चूत में प्रकाश का लण्ड घुसेड़े करिश्मा उसके ऊपर बैठे उसे चोदती रही. हिंदी XXX उसने पूरी रात कई बार करिश्मा को पेला, कभी उसका माल गिरता तो कभी नहीं, पर करिश्मा कि चूत का पानी निकलना कभी बंद ही नहीं हुआ.अंतिम बार करिश्मा को जहाँ तक होश था उसकी एक बार सुबह के 5 बजे के करीब नींद खुली तो उसने देखा कि वो आदमी बिस्तर के बगल में नीचे खड़ा ज़ोर ज़ोर से मूठ मार रहा था और उसके नंगे बदन को निहार रहा था…शायद वो जबरदस्ती अपना लण्ड खड़ा करने कि कोशिश कर रहा था ताकी और चोद सके. लण्ड का चमड़ा अब पीछे खिसक गया था और लाल मोटा सुपाड़ा पूरा बाहर निकल आया था!वो समझ गई की ये हरामी अब उसे चोदेगा. इतने देर में करिश्मा भी बाहर आ गई. उसे वहीं दरवाजे पर अपनी पैंटी टंगी पड़ी मिली… वहाँ कैसे आई कुछ याद नहीं आ रहा था.उसने पैंटी उतारी तो देखा कि वो एकदम गंदी हो चुकी थी… पहनने लायक नहीं थी. इस बार उसने करिश्मा के बूब्स को दोनों हाथों से
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