काफी अच्छा और सुंदर लड़का था, लेकिन थोडा शर्मीला था. कुछ उस तेज कामुक धक्को की वजह से और कुछ लंड को काफी महीनो के बाद लेने की वजह से, मै झड़ गयी और मेरा सारा जूस कृष्णा के लंड पर फैल गया. हिंदी XXX लेकिन, हम दोनों ने ही, ये एकदुसरे पर जाहिर नहीं होने दिया. हर धक्के के साथ, मेरी कराहने की आवाज़ तेज होती जा रही थी.और कृष्णा का लंड भी मेरी चूत मे फस चुका था और कृष्णा के मुह से भी जोर से आवाज़ निकलने लगी. कृष्णा, बेचारा कुछ नहीं बोल पा रहा था और मै उसका रेप करने पर तुली हुई थी. मेरे पास, अपने हर दरवाजे की डुप्लीकेट चाबी होती है और मैने उस चाबी से बड़े ही सलीके से और बिना आवाज़ के दरवाजा खोला और झट से अंदर घुस गयी. कृष्णा कुर्सी पर बैठा था, मैने अपनी टाँगे कुर्सी के दोनों तरफ डाली और कृष्णा के लंड पर बैठ गयी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.कृष्णा का हाथ अपने लंड पर था और वो अपना मुठ मार रहा था; जैसे ही उसने मुझे देखा तो वो सकपका गया. मैने कृष्णा को संभाला और फिर हम दोनों ही जोर से हंस पड़े.
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भारतीय गर्ल तन्नू की चिकनी चूत में गर्म सेक्स और गंदी हिंदी आवाज में एनल मज़ा
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