आहा …हा हा हा” की आवाज की सिसकारी निकलने लगीं।वो भी समझ रहा था। कि मैं गर्म होने लगी हूँ। मेरे होंठ को काट काट कर बचा कुचा रस भी पी गया। इतना करके एक बार फिर मुझे नंगा होने के लिए तैयार होना पड़ा। उसने मेरी साडी को निकाल कर फेंक दिया। मै अब ब्लाउज और पेटीकोट पहने वही पर खड़ी थी।उसने अपने बाप की तरह दरवाजा बंद करके। काम पर लग गया। आते ही मेरी ब्लाउज की हुक को खोलकर निकाल दिया। मुझे बच्चे समान विवेक के सामने ब्रा में खड़ी होना शर्म महसूस कर रही थी। लेकिन वो तो पति से भी ज्यादा बन रहा था।मेरी ब्रा को भी निकाल कर रख मेरी खरबूजे जैसी चूंची पर अपना हाथ लगाकर मजे लेने लगा। दोनों फुट मम्मो को अपने हाथों से उछाल उछाल कर बहुत प्रसन्नता से खेल रहा था। कभी उन्हें दबाता तो कभी खींच लेता था। अचानक अपने मुह में मेरी चूंचियो सहित निप्पल को भर कर पीने लगा।मुझे बहुत ही गर्मी का एहसास होने लगा। मै फिर से चुदने को तैयार होने लगी। उसने जैसे ही मेरे निप्पल को काट काट कर पीना शुरू किया। मै जोर जोर से “……अई…अई….अई…… अई….इसस्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” की आवाज के साथ चुसवाने लगी।मै अब फिर एक बार चुदने को तड़पने लगी। उसने मुझे खूब गर्म कर दिया। मेरी चूत से एक बार फिर
>
भारतीय भाभी का जबरदस्त सेक्स पार्ट 2
Related videos












