यह दवा है, पीके तो देख केसा तुम्हारा दर्द कम होता है…” कहते धनेश ने महक से जबरदस्ती पिलाया।“याक.. वह उसे फिंगर फ़क कर रहा था… इधर महक धनेश की लंड को जोर जोर से चूस रही थी। वह एक दूसरों पर भावविहल्व हो रहे है की… दरवाजे की घंटी बजी। दोनों घबरा कर अलग हुए और एक दूसरे को देखने लगे।“इस समय कौन आ गया…?” धनेश होंठों में बुद बुदाया; और फिर महक को अंदर जाने का ईशारा करा। महक अपनी सलवर उठाकर नाडा बांधते अंदर को भागी। गांगाराम भी अपने आप को व्यवस्तित करा और अपनी लुंगी को सीधा किया बालों मे उँगलियों का कंघा फिराते दरवाजे की और बढ़ा। इतने मे एक बार फिर घंटी बजी।धनेश ने दरवाजा खोला और सामने ठहरे आदमी को देख कर बोला। “…अरे जिंदल साब … आप.. हिंदी XXX और इधर उधर की बातें करने लगा। धनेश कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता था। महक को तो यह सब सपना लग रहा था। कुछ देर बाद धनेश ने महक को एक कमरा दिखा कर कहा “तुम इसमें आराम करो.. आप के लिए ही मैं आज साफ करि हूँ…” वह इठलाती बोली।उसका उत्तर सुनकर धनेश अचम्भे में रह गया और पुछा “मेरे लिए…तुम्हे मालूम था की मैं ..” वह रुक गया।महक ने चित्ताकर्षक ढंग से मुस्कुरायी और पलंग की ओर बढ़ते बोली… “हाँ… मुझे पहले से मालूम था
>
भारतीय मर्दों ने देसी लड़की को जोरदार चोदा और वो मुस्कुराते हुए माल निगल गई
Related videos














