भारतीय रानी की गर्म रात

और मुझे रोज की तरह सेक्स से साफ साफ मना कर दिया, रोज तो मैं खुद को सम्हाल ही लेता था लेकिन आज उसके रूप को देखकर मेरे अंदर का जानवर बार बार जाग रहा था और मैं कुछ भी नही कर पा रहा था…“ओह बाबुजी.”“अरे मेरी कोमल कोमल बहु.”“छोड़िए ना.”“क्यो अच्छा नही लग रहा है क्या?”“बहुत ही अच्छा लग रहा है लेकिन वो आ जाएंगे तो.”“अरे वो साला क्या करेगा, वो मर्द भी है क्या, मेरी चौड़ी छातियों में तुझे मजा आता है की उसकी.”“बाबुजी आपकी बालो से भरी चौड़ी छाती मुझे आपके मर्द होने का अहसास देती है वो तो किसी लड़की के जैसे लगते है जब से मैं आपके बांहो में आयी हु.”“तो खोल दु तेरी फ्रॉक.”“ह्म्म्म.”बाबुजी का हाथ सीधे खुशबू के फ्रॉक के अंदर चला गया..“नही…..”“क्या हुआ, अरे क्या हुआ आप ऐसे कांप क्यो रहे हो, इतना पसीना क्यो आ रहा है.”मैंने चारो ओर देखा, है भगवान ये कैसा सपना था, मेरा चहरा पसीने से भरा हुआ था दिल की धड़कने बहुत ही तेज थी और सबसे बड़ी बात लिंग पूरी तरह से अकड़ा हुआ था, मैंने पूरे कमरे में एक नजर डाली, ac अभी भी चालू था.“क्या हुआ आपको” खुशबू थोड़ी डर गई थी.“कुछ भी नही बस ऐसे ही तुम सो जाओ.”मैं पानी का एक ग्लास पी कर सोने लगा… ये क्या था और सबसे बड़ी बात

भारतीय रानी की गर्म रात

Related videos