लेकिन प्लीज घर में मत बताइएगा। आप जो कहोगे मैं करूंगी।लेकिन सर मेरी इस बात को दूसरे मतलब में ले जाकर बोले: जो बोलूंगा वह करोगी?मैं समझ गई कि लगता है कि सर की नजर मेरे बूब्स और गांड पर थी। मेरा भी मन कर रहा था कि मैं सर का लंड अपनी चूत में डाल लूं। फिर मैंने सर को कहा-मैं: इसमें मेरा क्या फायदा?सर समझ गये, और कहा: जो तुम चाहो।मैंने भी मौके का फायदा उठाते हुए कहा: मुझे सभी सब्जेक्ट मे टाप कराना होगा।मुझे पता है अब आप लोगों को लगेगा कि मैं एक नंबर की रंडी ही थी क्या, जो तुरंत पहली बार मिलते ही चुदवाने के लिए तैयार हो गई? हिंदी XXX ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.वह मुझसे भी बड़ा हरामी और चोदू था। उसने अपनी कमर जोर से चलानी शुरू की। 10 मिनट चोदते-चोदते जब सर थक गया, तो उन्होंने मुझे अपने ऊपर बैठने को कहा। मैं तुरंत उठी, और थोड़ा सा थूक लेकर उसके लंड के टोपे में लगाया। उनका लौड़ा हाथों से पकड़ कर अपनी बुर के छेद में सेट करके उसपे धीरे-धीरे बैठने लगी।जैसे-जैसे उनका मूसल लंड मेरी बुर के अंदर घुसता जा रहा था, वैसे-वैसे ही मेरा चरम सुख सातवें आसमान में पहुंचता जा रहा था। मुझे इतना मजा आ रहा था, कि मैं अपनी आंखें बंद करके
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भारतीय गरम वेबसीरीज
Actors:
Femalemodel3 / Malemodel3