इसलिए उसका हाथ जैसे मेरे नंगे बदन को सहला रहा था. वो मेरे निचले होंट को चूस रही थी और काट भी लेती थी. XXX Hindi अब उसके हाथ मेरी चूत पर फिसलने लगे. अब उसके हाथ मेरी चूत पर फिसलने लगे. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.आँचल बिस्तर पर लेट गयी और अपनी टांगें ऊपर कर ली. फिर उसका हाथ मेरी चूत की तरफ़ बढने लगा.मैंने अपनी टांगे थोड़ी सी और चौड़ी कर दी. उसकी चुंचियां दबाने लगी. मुझे सिरहन सी उठने लगी. उन दोनों ने कैसे अपनी सुहाग रात मनाई और …. उसने मेरी चूत को हौले हौले से दबानी चालू कर दी… आखिर मेरे मुंह से सिसकारी निकल ही पड़ी.आँचल को मालूम पड़ गया की मेरी नींद खुल गयी है, लेकिन मेरे चुप रहने से उसकी हिम्मत और बढ़ गयी. वहां हम सभी ने यानि आँचल, उसके पति विजय और मैंने सुबह का नाश्ता किया. इसलिए उसका हाथ जैसे मेरे नंगे बदन को सहला रहा था. मैं बड़े शौक से ये सब सुनती रही और रोमांचित होती रही. उसकी चुंचियां दबाने लगी. मैं कब तक सहती.. वो ये सब बताते हुए उत्तेजित भी गयी.मुझे इन सारी बातों का कोई अनुभव नहीं था. मैं उसके हटाने ही वाली थी कि मुझे लगा कि इसमे आनंद आ रहा है.मैं जान कर के चुपचाप लेटी रही.
>
भारतीय गरम सेक्स वीडियो
Related videos









